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गुरुवार, 6 अगस्त 2020

अमर प्रेम

मेरे प्रेम
इस उम्र की बात नहीं
Painting by: Sreenivasula Reddy
हर युग में
मैं तुम्हें प्यार करता रहा हूं
रूप कई बनाए होंगे विधाता ने तुम्हारे
कई वेशों में
मैं भी दोहराया गया हूं
बहारों से पूछता कभी पता तुम्हारा
हर मौसम को सजदे करता रहा हूं
िवश्वास था मिलेंगे
कभी किसी जन्म में
वक्त का हर दर्द सहता रहा हूं
इस जन्म की बात नहीं
मेरे प्रेम— 
हर युग में
मैं तुम्हें प्यार करता रहा हूं।  (महिंदरजीत)


अनुवाद: एन नवराही

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